पंचकूला (मृणाल लाला) -7 अक्टूबर को गोहाना रैली में हमने ऐसा किया क्या था,हमें उसके तथ्य व सबूत तो दिए जाएं,ताकि हम अपना पक्ष रख सकें ——मृणाल लाला से एक्सक्लूसिव बातचीत में इनसो राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कही।
दिग्विजय ने कहा—दुष्यंत को पार्टी की ओर से पत्र जरूर मिला है, जिसमे सबसे बड़ा आरोप लगाया गया है कि हमने दूसरे पक्ष के लोगों के साथ मिलकर पार्टी को तोड़ने का काम किया है,दिग्विजय का कहना है कि हमें इसके तथ्य और सबूत तो दिए जाएं।
साथ ही दिग्विजय ने कहा–कि दुष्यंत ने इस पत्र का जवाब 14 अक्टूबर को ही दे दिया था,जिसके बाद आज तक कोई प्रतिकिर्या नही आई।
उन्होंने कहा कि दुष्यंत ने लिखा है कि अगर मैंने ऐसे किया है तो इसके सबूत दिए जाएं,मेरी गलती मिली तो उसे स्वीकार किया जाएगा और जो भी सज़ा दी जायेगीं मान्य होगी,लेकिन उसके बाद आज तक कोई न तो कोई जवाब आया और न ही तथ्य दिए गए।
उन्होंने बिना किसी का नाम लिए पार्टी के ही खास लोगों की ओर इशारा करते हुए यह भी साफ किया कि कुछ लोग हमारे खिलाफ षड्यंत्र रचा रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्यवाही होनी चाहिए।
दिग्विजय ने साफ किया कि उनकी लड़ाई न तो मुख्यमंत्री पद के लिए है और न ही अस्तित्व की, आत्मसम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई हो सकती है, अगर कोई आपको नीचा दिखायेगा तो स्वाभिमान व आत्मसम्मान के लिए जरूर लड़ेंगे, इनसो की इकाईयों के भंग होने पर पूछे सवाल पर दिग्विजय ने कहा–इनसो नेशनल एग्जीक्यूटिव बॉडी या अजय चोटाला जो भी आदेश देंगे,सर्वमान्य होगा।
दिग्विजय ने कहा कि 25 अक्टूबर को निष्कासन को लेकर फैंसला आना है, उससे पहले हमें हमारे गुनाह के तथ्य व सबूत तो मिलें,जिन्हें हम भी जानना चाहते हैं।
हमें अपनी पार्टी में राइट टू से (right to say)ही नही होगा तो ये तो वन साइडेड व बायस होगा,ओर जनता तय करेगी कि भविष्य क्या होगा।
दिग्विजय ने साफ किया कि हमे लास्ट चांस देने की जो बात कही जा रही है, हमें उस चांस की आवश्यकता नही,लेकिन जब किसी पर कोई आरोप लगता है तो उसके सबूत व तथ्य तो दिए जाएं,ताकि सामने वाला अपना पक्ष रख सके।
दिग्विजय ने साफ किया कि पुराने जमाने मे जब टीवी नहीं था आधारहीन बातें कर ली जाती थी,अगर ये आज हम पढ़े लिखे युवाओं को अनपढ़ समझ कर नोटिस थमा देंगे तो ये इनकी भूल होगी।
दिग्विजय ने कहा कि मैं ओर दुष्यंत गलत हैं ही नहीं ,अगर उन्हें लगता हैं तो हमें सबूत दें।
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