नई दिल्ली | महाराजा अग्रसेन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (मेट) के इंजीनियरिंग के छात्रों की प्रतिभा को भारत सरकार ने सराहा। छात्रों ने अपनी प्रतिभा का दर्शाते हुए पर्यावरण संरक्षण, मानव और समाज हित के लिए ई-यंत्र और एप निर्माण की प्रतियोगिताओं में पहला स्थान प्राप्त किया, जिसके लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने उन्हें ट्रोफी और एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया। अन्य मंत्रालयों द्वारा आयोजित प्रतियिगिताओं में भी छात्रों को 30,000 रुपये और ट्रोफ़ियां मिली। प्रबंधन की ओर से भी इन छात्रों को एक लाख चालीस हज़ार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए गए।
सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा स्मार्ट इन्डिया हैकाथन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें देश भर से प्रतियोगियों ने भाग लिया था। लगातार 36 घंटे चली प्रतियोगिता में मेट की छः सदस्यीय टीम लिग्विस्टिक पांडा ने एक ऐसा एप तैयार किया जिसमें ट्विटर और फेसबुक पर आने वाले संदेशों का भावनात्मक विश्लेषण किया जा सकेगा। यह एप इन संदेशों का विश्लेषण कर परिणामों को सार, ग्राफ और चार्ट के रूप में प्रस्तुत करेगा और इन संदेशों को तीन श्रेणियों में बांटेगा – सकारात्मक, तटस्थ और नकारात्मक।
जल संसाधन मंत्रालय द्वारा नदी विकास और गंगा पुनर्विकास अभियान के तहत आयोजित एक अन्य स्मार्ट इंडिया हैकाथन प्रतियोगिता में मेट के बीटेक (ईसीई) ब्रांच के छात्रों ने एक ऐसा एप तैयार किया जिसे डाउनलोड करके कोई भी व्यक्ति किसी नदी या जल स्रोत के आसपास जमा गन्दगी का फोटो खींचकर अपलोड कर सकता है। जी पी एस सिस्टम से जुड़ा यह एप अपने आप इसकी लोकेशन बता देगा और जल संसाधन मंत्रालय वहां की सफाई के लिए कदम उठाएगा। आई आई टी मुंबई द्वारा आयोजित ई – यन्त्र रोबोटिक्स प्रतियोगिता प्लान्टर बोट में भी पहला स्थान प्राप्त किया। छात्रों ने एक छूती सी खिलौना कार के आकर का एक रोबोट बनाया जो अपनी सेंसिंग क्षमता स एखुद ही साफ रास्ता तलाश लेगा। इस प्रतियोगिता में विजेता के रूप में बीटेक कम्प्यूटर साइंस के छात्रों को पुरस्कार के रूप में बीस हजार रुपये और ट्राफी प्रदान की गई।
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