
जम्मू, दूर-दराज के गाँव में जो एक समय में आतंकवाद से बहुत प्रभावित था, इच्छाशक्ति और जोश का बहादुर प्रदर्शन, भारतीय सेना ने एनजीओ डब्लू मार्स ( WMARS ) के साथ हाथ मिलाया और गाँव में एक सफल क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया गया।
24 टीमों, १२६ गांवों में से ४०० खिलाड़ी, संभावित रूप से शामिल हुए और उत्कृष्टता प्रदर्शित की। मुझे इस तरह के साहसिक कदम उठाने के लिए भारतीय सेना पर गर्व है।
जंग के मैदान से लेकर खेल के मैदान तक, जहां जरूरी वहा हम।
जय हिंद जय सेना
जम्मू के रामबन जिले के संगलदान नामक गाँव एक ऐसा क्षेत्र है जो दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों और आतंकवाद के कारण विकास में थोड़ा पीछे रह गया था।
आज हमारे देश की हमारी भारतीय सेना की वजह से उस जगह सुकून और शांति है
फाइनल 31 अगस्त 2021 को हुआ। फाइनल में जीती हुई टीम. आर सी सी को ट्रोफी तथा सर्टीफिकेट और प्लास्टिक बॉटल के रेसायकल से बनी हुई टी-शर्ट और कैप से पुरस्कृत किया गया। सारा आयोजन परफेट्टी के सहयोग से संपन्न हुआ। परफेट्टी कंपनी के डायरेक्ट अतुल जी ने आर्थिक सहायता का आश्वासन दिया था और उन्होंने पूरी-पूरी आर्थिक सहायता संस्था को दी भी। ताकि इस क्षेत्र में खेल को बढ़ावा दिया जा सके जहां युवाओं को सीखने और बढ़ने का अवसर मिल सके। इस क्षेत्र के युवा खेलने के लिए मैदान जैसी कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं, गरीब पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते हैं, वे महंगे चमड़े की गेंद और पैड आदि खरीदने में असमर्थ हैं।
स्थानीय लोगों ने संगलदान रेलवे स्टेशन के निर्माण के लिए जिम्मेदार कंपनी के कीचड़ डंपिंग स्थान से एक अस्थायी क्रिकेट मैदान तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट के लिए लाल कॉस्को गेंदों से खेलना चुना।
कचरा प्रबंधन के लिए कार्य कर रही डब्लूमार्स संस्था ने अपने प्रयासों को आगे की ओर बढ़ाते हुए एक और नये कार्यक्रम को भारतीय सेना के साथ मिलकर आयोजित कर किया है जिसे दो हिस्सों में आयोजित किया जा रहा हैं। पहला कार्यक्रम भारतीय सेना का ऑपरेटिंग बेस रामबन जिला (जम्मू कश्मीर) के कम्पनी कमांडर जी के नेतृत्व में आयोजित किया गया। डब्लूमार्स संस्था के वाइस प्रेसिडेंट डॉ प्रियंका आर्या, श्री सुबोध सिंहा द्वारा वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में सभी सैना के सदस्यों एवं कर्मचारियों को विस्तार से बताया गया साथ ही संस्था की प्रेसिडेंट दीपाली सिंहा जी ने वेस्ट कलेक्शन सेंटर भी स्थापित किया जहाँ सभी प्रकार के गीला-सूखा कचरों को इकट्ठा किया जाएगा !
दूसरा आयोजन सेना के कैंटीन के गीला कचरा को खाद में कैसे बदला जाएगा, इस विषय पर भी संस्था की प्रेसिडेंट ने विस्तार से चर्चा की और इसका उद्घाटन किया।
वहाँ उपस्थित सेना के सभी सदस्यों ने इस आयोजन में बड़ा उत्साह दिखाया और अपना पूरा-पूरा सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य संस्था के सभी मुख्य तथा महत्त्वपूर्ण बिंदुओं को सेना के समक्ष रखना और पर्यावरण की सुरक्षा में सहयोग को बनाए रखना था।