

पानीपत। ऑल इंडिया लैय्या बिरादरी रजिस्टर्ड पानीपत का बिरादरी मिलन समारोह रविवार को आईबी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित हुआ। समारोह में उद्योगपति एवं समाजसेवी चंद्रशेखर शर्मा सुभाष नारंग और राजू पाहवा मुख्य अतिथि रहे। अतिथियों ने कहा कि पानीपत में लैय्या बिरादरी का एक अलग ही इतिहास रहा है। पानीपत में बिरादरी के कई स्कूल और कॉलेज जिला ही नहीं, पूरे प्रदेश के विद्यार्थियों को शिक्षण और प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्होंने समाज को हमेशा एकजुट रहने की अपील की। इससे पहले लैय्या बिरादरी पानीपत के अध्यक्ष गजेंद्र सलूजा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और बिरादरी के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
गजेंद्र सलूजा ने कहा कि 1947 में भारत पाकिस्तान के बंटवारे के बाद हमारी बिरादरी के लोग लुट-पिटकर यहां आए। उसके बाद मेहनत और मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण किया। लगभग 1980 तक अपने आप को स्थापित किया। इसका प्रमाण यहां आने के बाद सर्वप्रथम बिरादरी द्वारा स्कूल और कॉलेज की स्थापना करना है। लैय्या समाज खासकर आईबी एजुकेशन सोसायटी द्वारा एल्डिको में एक बेहतरीन स्कूल की स्थापना की जा रही है, जिसमें एक यज्ञशाला का भी निर्माण होगा।
बिरादरी द्वारा समारोह में 126 ऐसे महिलाओं-परुषों को पगड़ी पहनाकर और शॉल भेंट कर बिरादरी रत्न सम्मान से नवाजा गया, जिनकी उम्र 75 वर्ष या उससे अधिक है। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत पानीपत के श्री प्रेम मंदिर की अध्यक्ष श्री 108 कांता देवी महाराज ने दीप प्रज्वलित कर की। इस अवसर पर भजन गायक प्रमोद चोपड़ा एवं मंडली ने भजनों के माध्यम से सभी का मन मोहा। इस दौरान कवि एवं शायर कमल नयन वर्मा द्वारा स्वयं निर्मित सरायकी (मुल्तानी भाषा में) फिल्म श्राद्ध व ठोकर का प्रस्तुतीकरण किया गया, जिन्हें सभी ने सराहा। समारोह का कुशल संचालन युधिष्ठिर शर्मा व जगत राजपाल ने संयुक्त रूप से किया व फूलों की होली खेली गई। अंत में अध्यक्ष गजेंद्र सलूजा ने सभी अतिथियों और आगंतुकों का समारोह में पहुंचने पर धन्यवाद किया। इस अवसर पर कालू बजाज, परमवीर धींगड़ा, कृष्ण गोपाल सेठी , अग्घी, केसी नागपाल, राधेश्याम खूंगर, रमेश माटा, अनिल नंदवानी, गोविंद लाल झांब, दीपक सलूजा, जगदीश असीजा, विजय रेहानी, नितिन नागपाल, एनडी चावला व महेंद्र बजाज आदि मौजूद रहे।
