पानीपत, 24 मई। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की ओर से डब्ल्यूएचओ के सलाहकार व हरियाणा टी.बी. स्टेट ऑफिसर डॉ. सुखवंत सिंह ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व अन्य सम्बंधित अधिकारियों की वर्चुअल माध्यम से बैठक ली। उन्होंने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की रूपरेखा अनुसार भारत को 2025 तक टी.बी. मुक्त भारत बनाना है। उन्होंने कहा कि टी.बी. एक खतरनाक बीमारी है और यह बच्चपन से लेकर बुढापे तक किसी भी आयु में हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा टी.बी. रोकथाम के लिए 119 यूनिट लगाई गई हैं जिनमें अलग से स्टाफ नियुक्त है और 275 ऐसे सेंटर बनाए हैं जिनमें टी.बी. की मारकोस्कॉपी की जाती है। वहीं इसी कड़ी में पूरे प्रदेश भर में 8084 टी.बी. स्पॉट सेंटर बनाए गए हैं जिनमें मरीजों का ईलाज किया जाता है। उन्होंने सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि टी.बी. की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करना बेहद जरूरी है। इसलिए सोशल मीडिया के माध्यम से, अखबारों के माध्यम से, टी.वी. या मेगजिन आदि के माध्यम से टी.बी रोग के बारे में लोगों को जागरूक करना अतिआवश्यक है। इस दौरान प्रदेश भर से टी.बी. से स्वस्थ होकर कई लोगों ने अपने अनुभव भी सांझा किए। बैठक के अंत में स्वास्थ्य विभाग की ओर से टी.बी. कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. वर्षा ने खांसी या अन्य टी.बी. के लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त मेडिकल चैकअप करवाने के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने के लिए कहा। इस अवसर पर प्रदेश भर से सम्बंधित अधिकारियों व कर्मचारियों ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में भाग लिया।
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